Maharajganj

VIDEO :महराजगंज में होगी ई-ऑफिस की स्थापना ,कार्य निस्तारण में होगी शीघ्रता फाइलें नहीं फाकेंगी धूल

 

फरियादियों को नहीं लगाना पड़ेगा चक्कर 

महीनो तक अधिकारियों और बाबू के टेबल पर नहीं पड़ी रहेगी फाइल  

महराजगंज टाइम्स ब्यूरो :- अब सरकारी कार्यालय में फरियादियों को  महीनों चक्कर लगाने की समस्या से जल्द ही निजात मिलने वाली है। सरकार ने अधिकारियों और बाबुओं की हीलाहवाली पर अंकुश लगाने के लिए ई-ऑफिस की शुरुआत कर दी है। अब अधिकारियों को चार दिन के अंदर लॉगिन से पत्रावली का निस्तारण करना होगा। ऐसा न करने पर उच्चाधिकारियों के द्वारा समीक्षा भी की जाएगी। जिलाधिकारी कार्यालय को ई-ऑफिस बनाने का काम  तेजी से चल रहा है। अधिकारियों और उनके सहायकों का डिजिटल हस्ताक्षर व लॉगिन आईडी तैयार कराई जा रही है। इस परिवर्तन से फरियादियों को महीनों तक कार्यालय के चक्कर लगाने से निजात मिलेगी ।पहले महीनों तक फाइल कभी बाबू तो कभी अधिकारी की टेबल पर पड़ी रहती थी। इसके जब फरियादी उच्चाधिकारियों से शिकायत करता था तो पहले कई दिन फाइल को तलाशने में लग जाता था। इसके बाद फाइल मिल गई तो अधिकारी बाबू की गलती बता देते और बाबू अधिकारियों द्वारा आपत्ति लगाने का हवाला देकर अपना पल्ला झाड़ लिया करते थे। इसी समस्या को देखते हुए पूरे प्रदेश में ई-ऑफिस का काम शुरू किया गया है।

आनलाइन आवेदन करते ही दखाई देगा तीन तरह का कलर नीला,हरा और लाल 

आनलाइन आवेदन करते ही फरियादियों को तीन तरह का सिग्नल दिखाई देगा। जिसमे सम्बंधित पटल के बाबू से फाइल अधिकारी की आईडी पर ट्रांसफर होते ही नीला रंग आ जाएगा। इसके बाद अधिकारी को तीन दिन के अंदर ही फाइल का निस्तारण करना होगा। अधिकारी की आईडी में एक दिन बीत जाने के बाद हरे रंग का सिग्नल आ जाएगा, पत्रावली अब शीघ्र निस्तारण होना है। अगर अधिकारी पत्रावली का निस्तारण करने में देर करते हैं तो तीसरे दिन लाल रंग का सिग्नल दिखाई देगा जिसे अतिशीघ्र निस्तारण की याद दिलाएगा। इसके बाद भी निस्तारण नहीं होता है तो उच्चाधिकारियों द्वारा समीक्षा की जाएगी। इसके अलावा किसी वीआईपी की फाइल आएगी तो कम्प्यूटर उस फाइल के सामने वीआईपी लिखा हुआ भी दर्शाएगा।
जिलाधिकारी अनुनय झा ने बताया की मुख्यमंत्री की आदेश अनुसार सभी सरकारी कार्यालय में जो कागज की प्रणाली है उसको परिवर्तित करते हुए ई ऑफिस का उपयोग किया जाए किसी क्रम में हमारे कलेक्ट्रेट और विकास भवन की भी कई पटलो को हमने ई ऑफिस में परिवर्तन करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसमें मुख्यतया डूडा ऑफिस, खनन विभाग डीएसओ ऑफिस जो कलेक्ट्रेट में स्थित है उन सबके परिवर्तन  किया जाना शुरू हो रहा है उसके अलावा भी कुछ पटल हैं जैसे जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र ,चरित्र प्रमाण पत्र इत्यादि देते हैं उनको भी हम लोग ई ऑफिस प्रणाली में समायोजित करने वाले हैं ।विकास भवन में भी जो पशुपालन विभाग एवं डीआरडीए है उनसे हमने शुरू किया और आगामी कुछ हफ्तों में हम सभी विभागों को ई ऑफिस प्रणाली पर लाएंगे। पारदर्शिता और पर्यावरण संरक्षण दोनों का जो हमारा मोटिव है मुख्यमंत्री जी के निर्देशानुसार उसको हम लोग पूरा करेंगे।

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